आई ये मणिपुर चक्र
पर ऊर्जा ले जाने के लिए एक छोटा सा ध्यान करेंगे|
एक आराम दाय कुर्सी पे बैठ
जाये या लेट जाए|
अपनी आँखें बंद कर ले |
अपने पूरे शरीर को एकदम
ढीला छोड़ दे |
में ३ से १ और १० से १ तक
गिनती करता हु हर काम होते नंबरों के साथ आप मन की अथक गहराई में डूबते जा रहे
हैं|
३, २, १ आप अल्फा लेवल पर आ
गए हैं|
मेरे १० से १ गिनती करने पर
आप मन की अथक गहराई में डूबते जा रहे हैं |
१०, ९, ८, मन के गहरे लेवल
पर जा रहे हे
७, ६, ५, ४, गहरे और गहरे
३, २, १
आप मन के गहरे लेवल पर आ
गये हैं|
आप अपने फ़ायदे के लिए, अपने
चक्रों को जागरूक करने के लिए मन के गहरे और स्वस्थ लेवल पर काम कर रहें हैं|
अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़
दे|
मुंह से हल्के से सांस
छोड़े|
सांस को एकदम धीमा और
सामान्य कर दे|
अपने दोनों पैरों से ऊर्जा
को ऊपर आते हुए महसूस करे|
एक हल्का सा कंपन महसूस
करे|
ऊर्जा धीरे धीरे ऊपर की और
बढ़ रही हैं|
शरीर में कही पर झुनझुना हट
या फड़कता महसूस होता हे तो वहाँ से ऊर्जा को जाने दे|
शरीर की हर एक कोशिका को
ऊर्जा ठीक कर रही हैं|
जननेंद्रिय को पार करती हुई
नाभि को पार करती हई जहां मणिपुर चक्र हे वहाँ ऊर्जा को आते हुए
महसूस करे|
नाभि के थोडा ऊपर अपने कपड़े
के स्पर्श को महसूस करे|
ऊर्जा को चारों और गोल गोल घूमता
हुआ महसूस करे|
मुंह से हल्के से सांस
छोड़े|
मणिपुर चक्र
से कंपन को पूरे शरीर में फैलाता हुआ महसूस करे|
अगर मन में ये संदेह उठ रहा
हे की इस मेडिटेशन से क्या होगा ?
तो उसका दमन ना करे पर जाने
की ये विचार आ रहें हैं|
में विचारों से अलग हु|
अगर संदेह की वजह से सिर
भारी हो रहा हे तो सिर की और से ऊर्जा को नाभि की और बहा दे|
धीरे धीरे ऊर्जा सिर से उतर
कर
कानों के पीछे से होती हुई,
गर्दन से कंधों से उतर कर
छाती से होते हु वे नाभि
में उतर रही हैं|
अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़
दे|
मुंह से हल्के से सांस
छोड़े|
सांस को एकदम धीमा और
सामान्य कर दे|
थोड़ी देर तक ऊर्जा को शरीर
में महसूस करते रहे |
मन के गहरे लेवल से बाहर
आते हुए
मुंह से हल्के से सांस
छोड़े|
मन के गहरे लेवल से बाहर
आकर पूरा जागरूक हो जाए|
हलक़े से अपनी आँखें खो ले
और हल्का महसूस करे|
ये मेडिटेशन को रोज रात को
सोते समय या दोपहर में आराम के वक्त करे|